
देहरादून पंकज जायसवाल
देहरादून/हरिद्वार पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव आफाक अली ने प्रस्तावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जनहित के मुद्दों को लेकर आज राज्य निर्वाचन अधिकारी देहरादून को एक ज्ञापन देते हुए मांग की कि गत 22 मार्च को उन्होंने जनहित के मुद्दों पर एक ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया था,लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं कि गई हैं।उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा मांग कि गई थी कि जनवरी 2022 के जो नए वोटर बने हैं या जिन वोटरों कि मृत्यु हों चुकी हैं उनका सत्यापन घर-घर जा कर किया जाना चाहिए।वहीं वोटरों को अपने नाम लिस्ट में ढूंढने में बड़ी दिक्कत होती हैं जिस कारण बड़ी संख्या में जनता वोट देने नहीं पाती हैं।उन्होंने कहा कि हाल ही के विधानसभा चुनाव में सलेमपुर से हजारों लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब थे जो अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके थे।भविष्य में ऐसा ना हों इसके लिए सम्बंधित कर्मचारियों कि जवाब देई निश्चित की जानी जरुरी हैं।28 मार्च से उत्तराखंड कि 10 वीं तथा 26 अप्रैल से 12 वीं कक्षा कि बोर्ड परीक्षाएं हैं।इस बीच कोई चुनावी गतिविधि न कि जाए जिससे परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों कि परीक्षा में दिक्कत आती हैं।पंचायत चुनाव दो चरणों में कराए जाने चाहिए जिसमें पहला चरण ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य दूसरे चरण में क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत का चुनाव कराया जाए क्यों कि अभी भी ग्रामीण क्षेत्र में अधिकांश वोटर अशिक्षित हैं जो एक साथ चार-चार मत पत्रों पर अपनी वोट सही तरीके से नहीं डाल पाती हैं यदि चुनाव दो चरणों में होगा तो अशिक्षित वोटर भी अपने मत का सही प्रयोग कर सकेगी।
एस.सी./एस.टी.एवं ओ.बी.सी. बाहुल्य क्षेत्रों का आरक्षण ठीक प्रकार से कराया जाए।सलेमपुर सीट का नाम ही समाप्त कर दिया गया हैं सलेमपुर को दो भागों में बांट कर बहादराबाद और बौंगला कर दिया गया हैं जो उचित नहीं हैं साथ ही गांव के पोलिंग बूथों को भी बदल दिया गया हैं यदि जनहित कि मांगो पर जल्दी कार्यवाही नहीं की गई तो उन्हें न्यायालय की शरण लेने पर मजबूर होना पड़ेगा।ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से राव आफाक अली,साबाद अल्वी,ललित कुमार,राजेश चौहान,जोत सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहें।